सीतापुर: बता दे कि ग्राम बीहट गौर में दुलावलपुर रास्ते पर एक बाग में महोली के पाताबोझ निवासी मुंशी (45) का शव पड़ा मिला था। जो धारदार हथियार से पेट को बुरी तरह से फाड़ दिया गया था। इसके साथ ही चेहरे को बुरी तरह कूंच दिया गया था। इस घटना के मामले को लेकर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की।
जब परिजनों से पूछताछ की एएसपी उत्तरी प्रकाश कुमार ने बताया कि कई बार की पूछताछ में मुंशी के बेटे पिंकू व उसके चाचा सूरज के बयानों में विरोधाभास मिला। इसके बाद पुलिस का इन दोनों पर शक गहरा गया। बाद में पुलिस ने दोनों को वजीरनगर से गिरफ्तार कर लिया। दोनों से पूछताछ की तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया। आरोपियों ने बताया कि मुंशी शराब का आदी था।
इस कारण उसने अपनी काफी जमीन बेच दी थी। जब परिजन इसका विरोध करते थे तो वह पत्नी और बेटे को पीट देता था। इसके बाद चाचा-भतीजे ने मिलकर मुंशी की हत्या की साजिश रची। वारदात वाले दिन आरोपी सूूरज मुंशी के साथ बाइक पर बैठकर निकला।
वहीं पिंकू दूसरी बाइक से उनके साथ हो लिया। दोनों ने बाइक में पेट्रोल डलवाया फिर बाग में रुक गए। यहां पर मुंशी को खूब शराब पिलाई। इसके बाद उसे गोली मार दी। आरोपियों ने पहचान छिपाने के लिए तमंचे की बट से बुरी तरह मुंह कूंच दिया था। रामकोट एसओ संजीव कुशवाहा ने बताया कि दोनों के पास से आला कत्ल चाकू, पहने हुए कपड़े व तमंचा बरामद हुआ है। आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।