विद्यालय के शिक्षको ने इस छात्र का उत्साहवर्धन बढ़ाने के लिए उसके कक्षा में अन्य छात्रों के सामने किया सम्मानित।
जौनपुर। होनहार बिरवान के होत चिकने पात कहते हैं प्रतिभा किसी अवसर की मोहताज नहीं होती वो तो अंधेरे में भी रोशनी बिखेर कर अंधेरे समाप्त कर कर देती हैं। जलालपुर विकासखण्ड क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय रेहारी के कक्षा -8 के ऐसे ही एक प्रतिभावान छात्र उत्कर्ष सरोज ने विज्ञान के विषय को ना ही सिर्फ़ पढ़ा अपितु गतिविधि आधारित विज्ञान शिक्षण की परिभाषा को सिध्द कर दिया। उत्कर्ष सरोज ने स्वयं के विवेक तथा शिक्षकों की प्रेरणा से तथा विज्ञान के नियमों एवं सिध्दांतों का प्रयोग करते हुए आवेशित होने वाली महिन्द्रा थार जीप बनायी है। अन्य लोगो के लिए यह मात्र एक छोटा सा खिलौना ही सकता हैं। पर छात्र ने जिस लगन व मेहनत से यह प्रयास किया है वह निःसंदेह प्रशंसा का पात्र हैं।उत्कर्ष द्वारा बनायी गयी थार जीप की यह विशेषता है कि उसमें पुनः आवेशित की जाने वाली बैट्री लगी है। जिससे उस का प्रयोग कई बार किया जा सकता हैं। ऐसे ही बच्चे निकटतम भविष्य में हमारे देश के कुशल इंजीनियर बनेंगे तथा अपने शिक्षकों व परिवार का गौरवान्वित होने का अवसर प्रदान करेंगे। विद्यालय के प्रधानाध्यापक दसरथ कुमार, पूजा मालवीय, रीता यादव ने इस छात्र के प्रयास की सराहना की और उसे विद्यालय में ही उसकी कक्षा में पहुचकर उत्साह वर्धन बढ़ाते हुए सम्मनित भी किया।