प्राप्त जानकारी के अनुसार, बैंक में गोल्ड लोन के तहत ऋणी द्वारा जमा कराए गए जेवरात लाकर में सुरक्षित रखे जाते हैं। ऋणी फूला देवी ने अपना बकाया चुकाकर जेवरात वापस लिए, लेकिन उन्होंने शिकायत की कि उनके बैग में जमा कराए गए कुछ जेवरात गायब हैं। बैंक प्रबंधन द्वारा की गई आंतरिक जांच में खुलासा हुआ कि लाकर से गोल्ड लोन में जमा किए गए पांच बैग पूरी तरह से गायब हैं और 14 बैगों में से कुछ जेवरात नहीं मिल रहे हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए शाखा प्रबंधक ने पुलिस को सूचित किया। कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रभारी निरीक्षक दीपेन्द्र सिंह ने बताया कि मामला गंभीर है और जांच जारी है। बैंक के उच्चाधिकारियों को भी इस घटना की जानकारी दे दी गई है। चोरी के पीछे की साजिश और जिम्मेदार व्यक्तियों का पता लगाने के लिए पुलिस गहनता से छानबीन कर रही है।