प्राप्त जानकारी के अनुसार, सिपाही विष्णु तिवारी, मुकेश सिंह और संदीप तिवारी पर वर्दी में अनुचित आचरण और कर्तव्यों की अवहेलना का आरोप था। जांच पूरी होने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इन तीनों के खिलाफ तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए उन्हें लाइन हाजिर करने का आदेश दिया।
पुलिस अधीक्षक का बयान
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अनुशासनहीनता किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभाग में अनुशासन बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है, और भविष्य में भी ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को अपनी जिम्मेदारियों का पालन निष्ठा और ईमानदारी से करने की सख्त हिदायत दी।
घटना का विवरण
रेहटी गांव का मामला (28 दिसंबर):
रेहटी गांव के एक होटल के पास सिपाही विष्णु तिवारी और मुकेश सिंह के बीच आपस में भिड़ने का मामला सामने आया था। इस गंभीर अनुशासनहीनता के चलते दोनों सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया।
त्रिलोचन शराब ठेका मामला (3 जनवरी):
सिपाही संदीप तिवारी पर आरोप है कि उन्होंने वर्दी में शराब खरीदी और वर्दी का रौब दिखाते हुए दुकानदार से शराब चखने का पैसा नहीं दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उच्चाधिकारियों ने सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें भी लाइन हाजिर कर दिया।
पुलिस विभाग के इस कड़े रुख से अन्य पुलिसकर्मियों के लिए स्पष्ट संदेश गया है कि अनुशासनहीनता पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।