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अनुभव कुमार यादव बने केंद्रीय जल आयोग में कनिष्ठ अभियंता |
लाखों अभ्यर्थियों के बीच शानदार सफलता
SSC द्वारा आयोजित इस प्रतिष्ठित परीक्षा में देशभर से लाखों अभ्यर्थी ने हिस्सा लिया था। जिसमें सिविल, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिप्लोमा, बीटेक और एमटेक धारकों के लिए कुल 1701 रिक्तियां थीं। प्रीलिम्स और मेंस की दो कठिन परीक्षाओं में अनुभव ने अपनी श्रेष्ठता साबित की और अंतिम चयन सूची में स्थान प्राप्त किया। इस कठिन परीक्षा में अनुभव ने कठोर परिश्रम, अनुशासन और अपराजेय इच्छाशक्ति के बल पर यह गौरव प्राप्त किया, जो न केवल उनके परिवार बल्कि समस्त ग्रामीण युवाओं के लिए प्रेरणापुंज है।
अनुभव की शिक्षा यात्रा संघर्षों से भरी रही। सेवा भारती उत्तर बुनियादी इंटर कॉलेज, सेवापुरी से हाईस्कूल (2016) में 83.5% अंक अर्जित करने के बाद, उन्होंने राजकीय पॉलिटेक्निक, प्रतापगढ़ से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया और 72.45% अंक प्राप्त हुए। अनुभव की इस सफलता के पीछे उनके माता-पिता की कठोर तपस्या और त्याग की कहानी छिपी है। उनके पिता श्री दया शंकर यादव, जो सुरेरी में होम ट्यूशन देते हैं, अपने बेटे की शिक्षा के लिए रोज़ाना 40 किलोमीटर साइकिल चलाकर छात्रों को पढ़ाने जाते थे, ताकि उनकी पढ़ाई जारी रहे। वहीं, उनकी माता श्रीमती सविता देवी, एक गृहिणी होने के बावजूद, सिलाई का कार्य किया ताकि जब आर्थिक कठिनाइयाँ आएं तो घर का सहारा बनी रहे।