प्राप्त जानकारी के अनुसार, थाना मछलीशहर के चौबेपुर निवासी खुशबू पत्नी संतोष कुमार अपने मायके जहासापुर से शनिवार की भोर में नगर स्थित एक निजी अस्पताल में प्रसव के लिए आई थी। डाक्टर ने नार्मल प्रसव कराने की बात कही। जांच कराई तो गर्भ में शिशु की मौत हो जाने की रिपोर्ट आई। डाक्टर ने नार्मल प्रसव के जरिए मृत नवजात को बाहर निकाल दिया। प्रसव के बाद महिला को रक्त स्राव होने लगा जिसे डाक्टर ने रोकने की कोशिश की किंतु सफलता नहीं मिली तो जौनपुर के लिए रेफर कर दिया। शहर स्थित अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया। जब मृत्यु की जानकारी परिजनों को हुई तो वे मछलीशहर में अस्पताल पर हंगामा करने लगे।
डीएम ने सीएमओ को दिये जांच कर कार्रवाई के निर्देश
मामले की जानकारी किसी ने संपूर्ण समाधान दिवस में उपस्थित सीएमओ लक्ष्मी सिंह और जिलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह को दी। डीएम ने मामले में जांच कर अस्पताल संचालक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने का निर्देश सीएमओ को दिया। सीएमओ ने सीएचसी के अधीक्षक मेजर डॉ. तपिश कुमार को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा। शनिवार की दोपहर में घटित घटना की जांच करने सायं नायब तहसीलदार संतोष कुमार यादव और थानाध्यक्ष त्रिवेणी सिंह भी मौके पर पहुंचे। अस्पताल की संचालक महिला डाक्टर को पुलिस सुरक्षा की दृष्टि से अपने साथ लेकर कोतवाली गई है। मृत महिला का शव अस्पताल के सामने एंबुलेंस में ही शाम तक खबर लिखे जाने तक पड़ा रहा।
जांच के लिये टीम गठित: सीएचसी अधीक्षक
घटना के संबंध में सीएचसी अधीक्षक डॉ. तपिश कुमार का कहना है कि प्रथम दृष्टया जांच में अस्पताल संचालन के लिए कराए गए रजिस्ट्रेशन में जिस डाक्टर का नाम है वह उपस्थित नहीं मिली है। उनके स्थान पर अन्य डॉक्टर काम देखती मिली। घटना की जांच के लिए डाक्टरों की टीम गठित की गई है। रिपोर्ट आने पर आगे कार्यवाही की जाएगी।
परिजनों की तहरीर मिलने पर होगी विधिक कार्यवाही: थानाध्यक्ष
मामले में थानाध्यक्ष त्रिवेणी सिंह का कहना है कि अस्पताल की महिला चिकित्सक को सुरक्षा की दृष्टि से कोतवाली में लाया गया है। परिजनों द्वारा तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कराया जायेगा।