संदीप की कहानी संघर्ष, मेहनत और आत्मविश्वास की मिसाल है। उनके पिता दयाराम मेहनत-मजदूरी कर हरियाणा में अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। आर्थिक सीमाओं के बावजूद उन्होंने अपने बेटे को बेहतर शिक्षा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। संदीप ने वर्ष 2017 में हरियाणा बोर्ड से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से 2022 में बी.कॉम और 2024 में एमबीए की डिग्री हासिल की।
इन वर्षों में संदीप ने अपने लक्ष्य पर नजरें गढ़ाए रखीं। उनकी मेहनत रंग लाई और वर्ष 2025 में उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक की स्पेशलिस्ट ऑफिसर (एसओ) इन मार्केटिंग पद की परीक्षा पहले ही प्रयास में उत्तीर्ण कर ली।
संदीप का कहना है कि इस सफलता का पूरा श्रेय उनके माता-पिता को जाता है, जिन्होंने तमाम मुश्किलों के बावजूद हमेशा उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा, मेरे पापा ने कभी यह महसूस नहीं होने दिया कि हमारे पास संसाधन कम हैं। उनका संघर्ष ही मेरी प्रेरणा है। इस खबर के बाद न केवल उनके घर में बल्कि पूरे पतहना गांव में जश्न का माहौल है।